यहां पर हमने राजस्थान की मीठे और खारे पानी की झीलों के बारे में बात की है और राजस्थान की झीलों Lakes of Rajasthan के बारे में विस्तार से चर्चा की है।
राजस्थान में खारे और मीठे पानी की बहुत सारी झीलें हैं जिनकी संख्या लगभग 25 से अधिक है इन सभी झीलों के बारे में हमने यहां पर table बनाकर आपको बताया है तथा इन्हें जिलों के हिसाब से भी बताया है कि किस जिले में कौन सी झील पड़ती है।
अगर आप राजस्थान की किसी भी प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं तो आप के Syllabus में राजस्थान की झीले जरूर होंगी, और आप यहां से राजस्थान के झीलों ( Lakes of Rajasthan ) के बारे में विस्तार से पढ़ सकते हैं।
राजस्थान की कौन सी झील किस जिले में स्थित है तथा कौन सी मीठे अथवा खारे पानी की है इसके बारे में आपको यहां संपूर्ण जानकारी दी गई है।
राजस्थान में कौनसी खारे पानी की झील है तथा कौन सी मीठे पानी की झील है इसके बारे में सबसे पहले हम बात कर लेते हैं।
राजस्थान की खारे और मीठे पानी की झीलें
इस table के अनुसार आप समझ पाएंगे कि राजस्थान में कौनसी खारे पानी की झील है तथा कौन सी जेल में मीठा पानी उपलब्ध है।
मीठे पानी की झीलें | खारे पानी की झीलें |
---|---|
जयसमन्द झील | सांभर झील |
राजसमन्द झील | पचपदरा झील |
पिछोला झील | फलौदी झील |
आना सागर झील | डीडवाना झील |
सिलीसेढ़ झील | लूनी झील |
नक्की झील | नावां झील |
फतेहसागर झील | कावोद झील |
पुष्कर झील | रेवासा झील |
फॉयसागर झील | तालछापर झील |
रंगसागर झील | कुचामन झील |
बालसमंद झील | डेगाना झील |
स्वरूप सागर झील | पौकरण झील |
कोलायत झील | बाप झील |
बुद्धा जोहड़ झील | कोछोर झील |
काडिला एवं मानसरोवर झील | पीथनपुरी झील |
पीथमपुरी झील | |
घड़सीसर झील | |
बड़ी झील |
यहां पर राजस्थान की सभी मीठे और खारे पानी की झीलों के बारे में बताया किया गया है राजस्थान की सभी प्रतियोगी परीक्षाओं में यह प्रश्न जरूर पूछा जाता है कि कौन सी झील खारे पानी की है तथा कौन सी झील मीठे पानी की अथवा वह झीलें कहां स्थित है।
जिलों के अनुसार झीले
राजस्थान में किस जिले में कौन सी झील स्थित है यह आप इस Table के माध्यम से आसानी से समझ सकते हैं।
जिले | झीलें |
---|---|
अजमेर | आना सागर , फॉयसागर , पुष्कर |
अलवर | सिलीसेढ़ , जयसागर , विजयसागर |
बाड़मेर | पचपदरा झील |
भरतपुर | मोती झील |
बीकानेर | लूणकरणसर , अनूपसागर ,कोलायत |
बूंदी | नवलक्ख झील |
चित्तौड़गढ़ | भूपालसागर, राणा प्रताप सागर |
चूरू | तालछापर झील |
डूंगरपुर | गैब सागर , सोमकमला |
धौलपुर | तालाबशाही झील |
हनुमानगढ़ | तलवाड़ा झील |
जोधपुर | बालसमंद , उम्मेदसागर ,कायलाना |
जैसलमेर | अमरसागर, बुझ की झील, गड़ीसर |
जयपुर | सांभर, छापरवाडा |
कोटा | जवाहर सागर झील |
नागौर | डीडवाना झील |
पाली | वाकली , सरदार समंद |
राजसमंद | राजसमंद झील |
सिरोही | नक्की झील |
उदयपुर | उदयसागर ,फतेहसागर ,पिछोला ,जयसमंद झील |
Lakes of Rajasthan | राजस्थान की मुख्य झीलें
यह राजस्थान की वह मुख्य झीलें ( Lakes of Rajasthan ) हैं जिनके बारे में ज्यादातर प्रतियोगी परीक्षाओं में पूछा जाता है।
इन की विशेषताएं तथा इनके बारे में कुछ तथ्य हमने यहां पर आपको बिंदु बनाकर समझाएं हैं आप ही नहीं अच्छे से कंठस्थ कर ले, जिससे प्रतियोगी परीक्षा में पूछे जाने वाले प्रश्न का उत्तर आप सही से दे सकें।
साँभर झील
- यह झील (जयपुर) फुलेरा तहसील में स्थित है।
- यह भारत में स्थित दुसरी सबसे बड़ी खारे पानी की झील है।
- इस झील का निर्माण चौहान वंश के शासक वासुदेव ने करवाया था।
- देश में नमक का उत्पादन का 8.7%भाग यहां से उत्पादित होता है।
कुचामन झील
- यह खारे पानी की झील नागौर में स्थित है।
नक्की झील
- यह झील राजस्थान में सिरोही जिले के माउंट आबू मे स्थित है।
- यह झील राजस्थान की सबसे ऊँची और गहरी झील है।
- यहां एक चट्टान की आकृति महिला के समान है,जिसे नन रॉक कहते है।
- इस झील के टापू पर रघुनाथ जी का मंदिर है।
- इस झील का निर्माण ज्वालामुखी के उद्भेदन से हुआ था अर्थात यह प्राकृतिक झील है।
कोलायत झील
- यह झील राजस्थान में बीकानेर जिले के पास कोलायत नामक स्थान पर यह कोलायत झील है।
- यहीं पर कपिल मुनि का आश्रम भी स्थित है।
- कोलायत झील का निर्माण कपिल मुनि ने किया था।
पिछोला झील
- इस झील का निर्माण राणा लाखा के शासन काल में एक पिछु नामक बनजारे ने किया था।
- यह मीठे पानी की झील है।
- इस झील के पास ‘गलकी नटणी’ का चबुतरा बना हुआ है।
- मुगल वंश के शासक शाहाजाहाँ ने अपने पिता से विद्रोह के समय यहां शरण लिया था।
फलौदी झील
- फलौदी (जोधपुर) यह खारे पानी की झील है।
पुष्कर झील
- यह झील राजस्थान के अजमेर से 12km. की दूरी पर पुष्कर नामक स्थान पर पुष्कर झील स्थित है।
- यह झील राजस्थान की सबसे पवित्र झील है।
- इस झील का निर्माण ज्वालामुखी के उद्भेदन से हुआ अर्थात यह एक प्राकृतिक झील है।
- इस झील के चारो तरफ अनेक प्राचीन मन्दिर है।
- यहां ब्रह्ममा जी का विश्व प्रसिद्ध एकमात्र मन्दिर है।
- इस मंदिर का निर्माण 10वीं शताब्दी में पंडित गोकुलचंद पारिक ने करवाया था।
- राजस्थान की सबसे पवित्र झील होने के कारण इस झील को तीर्थों का मामा या तीर्थराज भी कहा जाता है।
बालसमंद झील
- यह झील जोधपुर में स्थित है।
- इस झील का निर्माण सन् 1159 में परिहार वंश के शासक बालक राव ने करवाया था।
- महाराजा सुरसिंह ने बालसमंद झील के बीच में अष्ट खम्भा महल का निर्माण किया।
- यह मीठे पानी की झील है।
जयसमंद झील
- यह झील उदयपुर जिले में स्थित है।
- यह विश्व में मीठे पानी की दुसरी सबसे बड़ी और एशिया की सबसे बड़ी कृत्रिम झील है।
- इस झील का दुसरा नाम ढेबर झील भी है।
- इस झील का निर्माण मेवाड़ के शासक राणा जयसिंह ने सन्1687-91 में गोमति नदी पर निर्माण किया।
- इस जयसमंद झील से उदयपुर जिले को पीने का पानी उपलब्ध कराया जाता है।
- इस झील में 7 टापू है।
- इनमें से कुछ टापू छोटे है और कुछ टापू बड़े है।
- छोटे टापू का नाम प्यारी है और टापू का नाम बाबा का भगड़ा है।
आनासागर झील
- यह झील अजमेर शहर के बीच स्थित है।
- यह मीठे पानी की झील है।
- इस झील का निर्माण सन् 1137ई. में राजा अजयराज के पुत्र अर्णोराज चौहान के द्वारा कराया गया।
- मुगल शासक शाहाजाहाँ ने यहां पर 12 दरी का निर्माण करवायाऔर जाहांगीर ने दौलतबाग का निर्माण करवाया जिसको आज के समय में सुभाष उद्यान कहते है।
तालछापर झील
- यह चुरु में स्थित है,यह खारे पानी की झील हैँ।
उदयसागर झील
- यह मीठे पानी की झील है।
- यह उदयपुर में स्थित है।
- इस झील का निर्माण सन् 1559 से 1564 में महाराणा उदयसिंह द्वारा किया गया था।
राजसमंद झील
- यह झील राजस्थान में राजसमंद जिले के कांकरोली के पास स्थित है।
- इस झील का निर्माण1 1662 ई. में महाराणा राजसिंहा के द्वारा करवाया गया था।
- इस झील का जो उत्तरी भाग है वो ‘नो चोकी’ कहलाता है।
- यहां पर 25 काले संगमरमर की चट्टानों से बनी राजप्रशस्ति है इस चट्टानों पर मेवाड़ का पूरा इतिहास संस्कृत में उत्कीर्ण है।
- यह प्रशस्ति संसार की सबसे बड़ी राजप्रशस्ति है।
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